एक मृदंगम निर्माता का बेटा, जो एक उस्ताद से वाद्य यंत्र सीखने और एक मृदंगम वादक बनने की इच्छा रखता है, को अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए सामाजिक और व्यक्तिगत बाधाओं को पार करना पड़ता है.एक मृदंगम निर्माता का बेटा, जो एक उस्ताद से वाद्य यंत्र सीखने और एक मृदंगम वादक बनने की इच्छा रखता है, को अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए सामाजिक और व्यक्तिगत बाधाओं को पार करना पड़ता है.एक मृदंगम निर्माता का बेटा, जो एक उस्ताद से वाद्य यंत्र सीखने और एक मृदंगम वादक बनने की इच्छा रखता है, को अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए सामाजिक और व्यक्तिगत बाधाओं को पार करना पड़ता है.